राजस्थान के ऐतिहासिक दुर्ग

▪ माण्डलगढ़ दुर्ग --  भीलवाड़ा के माण्डलगढ़ कस्बे में बनास, मेनाल नदियों के संगम पर स्थित है। 

▪ शेरगढ़ का दुर्ग (कोषवर्धन) -- यह बारां जिले में परमन नदी पर स्थित है। 

▪ कुचामन का किला -- नागौर जिले की नावां तहसील के कुचामन में स्थित है।

▪ अचलगढ़ का किला -- सिरोही जिले के माउण्ट आबू में इसका निर्माण परमार शासकों ने करवाया था। 
▪ अकबर का किला -- यह अजमेर नगर के मध्य में स्थित है 

▪ नागौर का किला  -- यह दुर्ग सिंह से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर स्थित है। 

▪ बीकानेर का दुर्ग (जूनागढ़) --  यह राती घाटी में स्थित होने के कारण राती घाटी का किला भी कहा जाता है। 

▪ भैंसरोदुगढ़ दुर्ग -- चित्तौड़गढ़ जिले के भैसरोडगढ़ स्थान पर स्थित है। 

▪ दौसा दुर्ग -- आकृति सूप के (छाछले) के समान है तथा देवागिरी पहाड़ी पर स्थित है। 

▪ भटनेर दुर्ग (हनुमानगढ़) -- घग्घर नदी के तट पर स्थित है 

▪ अलवर का दुर्ग -- यह बाला दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है।

▪ बयाना का किला (विजयमन्दिर गढ़) -- यह भरतपुर जिले के दक्षिण में है 

▪ माधोराजपुरा का किला -- यह जयपुर जिले में फागी के पास स्थित है। 

▪ गागरोन दुर्ग -- यह झालावाड़ जिले में मुकुन्दपुरा पहाड़ी पर काली सिन्ध व आह नदियों के संगम पर स्थित है। 

▪ जालौर का किला -- जालौर नगर के सूकड़ी नदी के किनारे स्थित गिरी दुर्ग है। 

▪ सिवाना दुर्ग -- यह बाड़मेर में स्थित है 

▪ रणथम्भौर दुर्ग -- यह सवाई माधोपुर जिले में स्थित एक गिरी दुर्ग हैं 

▪ मण्डौर दुर्ग -- यह जोधपुर जिले में स्थित है।

▪ बसन्ती दुर्ग -- महाराणा कुम्भा ने इसका निर्माण चित्तौड़गढ़ जिले में पिण्डवाड़ा नामक स्थान पर करवाया। 

▪ तिजारा का किला -- अलवर जिले में तिजारा नगर में इस दुर्ग का निर्माण राव राजा बलवन्त सिंह ने 1835 में करवाया था। 

▪ केसरोली दुर्ग -- अलवर जिले में केसरोली भाव में यदुवंशी शासको द्वारा निर्मित।

▪ किलोणगढ़ -- बाड़मेर में स्थित दुर्ग का निर्माण राव भीमोजी द्वारा करवाया गया।

▪ बनेड़ा का किला -- भीलवाड़ा जिले में स्थित यह दुर्ग निर्माण से लेकर अब तक अपने मूल रूप में यथावत है।

▪ शेरगढ़ दुर्ग -- धौलपुर जिले में चंबल नदी के किनारे राजा मालदेव द्वारा करवाया गया तथा शेरशाह सूरी ने इसका पुनर्निर्माण करवाकर इसका नाम शेरगढ़ रखा।

▪ शाहबाद दुर्ग -- बारां जिले में मुकुन्दरा पहाडि़यों में स्थित

▪ नीमराणा का दुर्ग -- अलवर जिले में स्थित पंचमहल के नाम से विख्यात किले का निर्माण चैहान शासकों द्वारा करवाया गया।

▪ इन्दौर का किला -- इसका निर्माण निकुम्भों द्वारा अलवर जिले में करवाया गया। 

▪ राजगढ़ दुर्ग -- कछवाहा शासक राजा प्रताप सिंह ने इसका निर्माण अलवर जिले में करवाया।

▪ चैंमू दुर्ग -- उपनाम धाराधारगढ़ तथा रघुनाथगढ़। इसका निर्माण ठाकुर कर्णसिंह द्वारा करवाया गया।

▪ कोटकास्ता का किला -- यह जालौर में स्थित है।

▪ भाद्राजून का दुर्ग -- इस दुर्ग का निर्माण रावचन्द्र सेन के शासनकाल में अकबर द्वारा हराये जाने पर करवाया गया।

▪ किला अफगान किला -- बाड़ी नदी पर धौलपुर में

▪ जैना दुर्ग -- बाड़मेर

▪ मंगरोप दुर्ग -- बाड़मेर

▪ इन्द्ररगढ़ दुर्ग -- कोटा

▪ हम्मीरगढ़ दुर्ग -- हम्मीरगढ़ ,भीलवाड़ा

▪ कन्नौज का किला -- कन्नौज ,चित्तौड़गढ़

▪ कोटडे का किला -- बाड़मेर

▪ अमरगढ़ दुर्ग -- भीलवाड़ा

▪ सिवाड़ का किला -- सवाई माधोपुर

▪ राजा का किला -- नावां (नागौर)

▪ मनोहरथाना का किला -- परवन व कालीसिंध नदी के संगम पर झालावाड़ इसमें भीलों की आराध्य देवी विश्ववति का मंदिर है।

▪ ककोड़ का किला -- टोंक

▪ भूमगढ़ दुर्ग (अमीरगढ़ ) -- टोंक

▪ गंगरार का किला -- गंगरार, चित्तौडगढ़

▪ कांकबाड़ी किला -- अलवर के सरिस्का क्षेत्र

▪ जूनागढ़ किले का उपनाम -- जमीन का जेवर

▪ सज्जनगढ़ का किला -- उदयपुर का मुकुटमणि

▪ भरतपुर दुर्ग -- महाराजा सूरजमल द्वारा निर्मित है 

▪ कुम्भलगढ़ दुर्ग ===> निर्माण महाराणा कुम्भा ने सूत्रधार मण्डन की देखरेख में

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