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                  जींद से संबंधित प्रशन
▪स्थापना :- 1 नवंबर 1966
▪क्षेत्रफल :- 2702 वर्ग किलोमीटर
▪चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय 2014
▪1517 ई. में मुंडारो का सिकंदर लोदी के खिलाफ विद्रोह
▪1798 में जोर थॉमस ने जींद पर हमला करके अपनी रियासत में मिलाया
▪1835 में संगत सिंह की मृत्यु के बाद जींद की जनता ने गुलाब सिंह के नेतृत्व में बलियाली का विद्रोह किया
▪जींद में वीरबारा वन्य जीव अभ्यारण है
▪जींद में वीटा मिल्क प्लांट की स्थापना 1970-71 में व लक्ष्य मिल्क प्लांट की स्थापना 2010 में की
▪जींद राज्य का सर्वाधिक भैंसो वाला जिला है
▪जींद के नरवाना में मेगा फूड पार्क स्थापित किया गया है
▪जींद जिले के गांवों के नाम संगीत सूरों पर है
▪बुजुर्ग की मृत्यु पर होने वाला खेड़ा नृत्य जींद में प्रचलित है
▪1975 ईस्वी में गजपत सिंह ने जींद को जीतकर यहां विशाल जींद का किला बनवाया
▪जींद के रानी तालाब में भूतेश्वर मंदिर है (रघुवीर सिंह द्वारा निर्मित)
▪जींद के नरवाना में "धमतान साहेब" है जिसका संबंध गुरु तेग बहादुर से है
▪बुलबुल नामक पर्यटक स्थल जींद में है
▪पांडवों ने महाभारत का युद्ध जीतने के बाद जीत की देवी जयंती देवी मंदिर जींद में बनवाया इसके नाम पर जींद का नाम जयंतपुरी पड़ा था
▪हरियल नामक पर्यटक स्थल नरवाना में है
▪जींद को हरियाणा का हृदय कहा जाता है
▪जींद की सीमा राज्य के अन्य सर्वाधिक 7 जिलों के साथ लगती है जो कि निम्न है :-    . कैथल     . रोहतक        . पानीपत          .करनाल      . हिसार     .फतेहाबाद         . सोनीपत
▪जींद के मंदिर:- . हटकेश्वर मंदिर    . भूतेश्वर मंदिर                . पुष्कर          तीर्थ     . जामनी तीर्थ     . पांडू पिंडारा                  . राम राय रामराय         तीर्थ     . बराह तीर्थ   

                           सिरसा की स्तिथि         
▪ सिरसा की स्थापना – 26 नवम्बर 1975
▪क्षेत्रफल – 4277 वर्ग कि.मी
▪मुख्यालय  – सिरसा
▪जनसंख्या –  12 , 95 , 114 ( 2011 के अनुसार )
▪जनसंख्या वृद्धि –  15.98 प्रतिशत
▪लिंगानुपात –  896 महिलाएं (1,000 पुरूषों पर)
▪जनसंख्या घनत्व –  303 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी
▪साक्षरता दर –  70.4 प्रतिशत
▪साक्षरता पुरूष – 78.6 प्रतिशत
▪साक्षरता महिला –  61.2 प्रतिशत
▪प्रमुख फसल – गेहूं और कपास
▪अन्य फसल – चावल , तिलहन , चना
▪सिरसा का यह नाम सबसे बड़े वन शिरीषवन के नाम पर पड़ा
▪सिरसा का प्राचीन नाम शैरीषकम था
▪सिरसा हिसार मंडल में है
▪मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल और मुख्यमंत्री श्री ओम प्रकाश चौटाला का जन्म सिरसा जिले में हुआ है
▪श्री चरणजीत सिंह रोड़ी द्वारा सिरसा जिले का गोद लिया गांव गुडिया खेड़ा है।
▪सिरसा में रानिया का विद्रोह 1818 में ईस्ट इंडिया कंपनी के विरुद्ध हुआ था
▪सिरसा के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे चौधरी देवीलाल , बलराम लुदेसर
▪राजा सारस का किला सिरसा में स्थित है
▪सरस्वती संग्रहालय सिरसा में स्थित है
▪सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट्स मंजियाना सिरसा जिले में स्थित है
▪सबसे अधिक फल व सब्जियों में सिरसा जिला होती है
▪साहा फूड पार्क डबवाली सिरसा जिले में है
▪सिरसा सबसे अधिक गोवंश वाला जिला है
▪सिरसा जिला में दोमट और रेगिस्तानी मिट्टी पाई जाती है
▪सिरसा की सीमाएं पंजाब के 3 जिलों के साथ लगती है , बठिंडा , मानसा , मुक्तसर
▪राष्ट्रीय राजमार्ग 10 जिले से होकर गुजरता है
▪सिरसा जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल है – डेरा सच्‍चा सौदा , काला तीतर
▪सिरसा जिले के प्रमुख मेले है मेला सर साईं नाथ का , मेला डेरा सच्चा सौदा , बाबा भूमणशाह का मेला
▪सिरसा में सिरसा वायु सेना स्टेशन है
▪सिरसा के प्रमुख विश्वविद्यालय है चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय
▪शहीद भगत सिंह स्टेडियम सिरसा जिले में स्थित है
▪यह भारत की राजधानी दिल्ली से 278 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है
▪सिरसा जिला के प्रमुख गुरुद्वारे हैं चोरमार गुरुद्वारा चोरमार , गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा

                   रोहतक की स्तिथि 
▪रोहतक की स्थापना – 1 नवंबर 1966
▪मुख्यालय – रोहतक
▪क्षेत्रफल – 1745 वर्ग कि.मी
▪जनसंख्या – 10,61,204
▪जनसंख्या वृद्धि – 12.88 प्रतिशत
▪जनसंख्या घनत्व – 608 /व्यक्ति प्रति किमी
▪लिंगानुपात – 884
▪प्रमुख फसल – गेंहू
▪अन्य फसल – कपास, तिलहन, गन्ना, दालें, सब्जियां व सूरजमुखी
▪प्रमुख उद्योग – चीनी, खाद्य उत्पाद , पावरलूम ,
▪साक्षरता दर – 80.4%
▪साक्षरता पुरूष – 88.4 प्रतिशत
▪साक्षरता महिला – 71.2 प्रतिशत
▪पर्यटन स्थल – तिलियार झील, शिवालय,लाल मस्जिद, काजी मस्जिद, शीशे वाली मस्जिद
▪विशेष – बड़ी अनाज मंडी व कपास मंडी
▪रोहतक का यह नाम तारावती रानी के पुत्र रोहिताश के नाम पर पड़ा
▪रोहतक का विद्रोह 1857 ईस्वी में हुआ
▪रोहतक से 1857 की क्रांति के प्रमुख नेता थे बहादुर जंग, हसन अली, साबिर खाँ, विरासत अली
▪रोहतक के रामलीला मैदान में महात्मा गांधी जी ने 17 फरवरी 1921 को भाषण दिया
▪रोहतक का प्रमुख युद्ध अंग्रेज सैनिक हडसन व सूबेदार विरासत के बीच 1857 ईस्वी में खरखोदा में हुआ
▪रोहतक मंडल में आने वाले जिले हैं रोहतक, झज्जर, सोनीपत, भिवानी, चरखी दादरी
▪रोहतक का प्रमुख खनिज है चूने का पत्थर
▪रोहतक का प्रमुख स्मारक दीनबंधु सर छोटूराम स्मारक है जो कि गढ़ी सांपला रोहतक में स्थित है
▪रोहतक जिले की प्रसिद्ध झील तिलियार झील है
▪हरियाणा का सबसे बड़ा रोगन उद्योग एशियन रोगन उद्योग रोहतक जिले में स्थित है
▪रोहतक से हरियाणा के दो मुख्यमंत्री हुए श्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा गांव सांघी और दूसरे श्री मनोहर लाल खट्टर गांव निदाना महम चौबीसी
▪रोहतक जिले की प्रमुख मस्जिदें हैं शीशे वाली मस्जिद, दीनी मस्जिद, काजी की मस्जिद
▪रोहतक जिले के प्रमुख गुरुद्वारे हैं गुरुद्वारा बंगला साहिब, गुरुद्वारा लाखन माजरा साहिब
▪काला हिरण उद्यान रोहतक जिले में स्थित है
▪रोहतक से सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत राज्यसभा मेंबर और सांसदों द्वारा दो गांव गोद लिए गए हैं वह गांव है आंवल श्री शादी लाल बत्रा द्वारा और दूसरा गांव है निदाना खास श्री सुरेश प्रभु द्वारा
▪हरियाणा में सबसे अधिक ज्वार का उत्पादन रोहतक जिले से होता है
▪रोहतक जिले का प्रमुख पर्यटन स्थल है दीनबंधु चौधरी छोटूराम टूरिस्ट कॉन्पलेक्स सांपला
▪यह भारत की राजधानी दिल्ली से 83 किलो मीटर दूरी पर स्थित है
▪रोहतक जिले के प्रमुख मंदिर है शिव मंदिर यह मंदिर रोहतक जिले के किलोई गांव में स्थित है ▪शिवालय मंदिर यह मंदिर रोहतक जिले के डीघल गांव में स्थित है और भगवान परशुराम मंदिर.                                       
                                   हिसार की स्तिथि
▪हिसार की स्थापना – 1 नवम्बर 1966
▪क्षेत्रफल – 3983 वर्ग कि.मी
▪जनसंख्या – 17,42,815 ( 2011 के अनुसार )
▪जनसंख्या वृद्धि – 13.38 प्रतिशत
▪लिंगानुपात – 871 महिलाएं (1,000 पुरूषों पर)
▪जनसंख्या घनत्व – 438 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी
▪साक्षरता दर – 70.4 प्रतिशत
▪साक्षरता पुरूष – 78.6 प्रतिशत
▪साक्षरता महिला – 61.2 प्रतिशत
▪प्रमुख फसल – गेहूं और कपास
▪अन्य फसल – बाजरा , सरसों , गन्ना , चना , चावल , आदि
▪प्रमुख उद्योग – कृषि यंत्र , सिलाई मशीन , हैंडलूम बस्तर , कपास छंटाई
▪हिसार को स्टील सिटी के नाम से भी जाना जाता है
▪हिसार का प्राचीन नाम हिसार ए फिरोजा है
▪हिसार हिसार मंडल में आता है
▪हिसार की प्रसिद्ध किले हैं – हिसार में – हिसार ए फिरोजा , हांसी में – हांसी का किला
▪हिसार जिले की सीमाएं राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले से लगती हैं
▪हिसार जिले के प्रमुख जनसंचार संस्थान है – आकाशवाणी हिसार दूरदर्शन हिसार
▪हिसार जिले के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी है वेद लेखराम , डॉ रामजी लाल , चौधरी कृपा राम
▪हिसार जिले में दोमट मिट्टी पाई जाती है।
▪विशेष पर्यावरण न्यायालय हिसार जिले में स्थित है
▪हरियाणा पशु चिकित्सा परीक्षण संस्थान हिसार जिले में है
▪केंद्रीय भेड़ प्रजनन केंद्र हिसार जिले में स्थित है
▪केंद्रीय भैंस अनुसंधान केंद्र हिसार जिले में स्थित है
▪हिसार जिले के प्रमुख खनिज है – शोरा , चूना पत्थर
▪हिसार जिले में पर्यटन स्थल है – ब्लू वर्ल्ड रिसोर्ट
▪हिसार जिले की प्रमुख विश्वविद्यालय है – चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय , लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय , गुरु जंभेश्वर विज्ञान में तकनीकी विश्वविद्यालय ,
▪हिसार जिले के प्रमुख किले है राखीगढ़ी का टीला अगरोहा का टीला सीसवाल का टीला
▪गुरुद्वारा सिंह सभा हिसार जिले में स्थित है
▪हिसार में शेख जुनैद की मजार और हांसी में चार कुतुब की दरगाह हैं
▪हिसार जिले की प्रमुख मस्जिदें हैं – हिसार में लाट की मस्जिद , हंसी में चार कुतुब मस्जिद
▪ब्लू बर्ड झील हिसार जिले में है
▪महावीर स्टेडियम हिसार जिले में है
▪मल्लिका शेरावत हिसार जिले से संबंधित है
▪यह भारत की राजधानी दिल्ली से 183 किलो मीटर की दूरी पर स्थित है
                                     फतेहाबाद की स्तिथि 

– फतेहाबाद हरियाणा के पश्चिम में स्थित है , फतेहाबाद भारत की राजधानी नई दिल्ली  से 231 कि मी दूरी पर स्थित है

फतेहाबाद की स्थापना – 15 जुलाई 1997

क्षेत्रफल – 2538 वर्ग कि. मी

उपमण्डल –खण्ड –

तहसील – फतेहाबाद , रतिया , टोहाना

उपतहसील – भुना , कुलां , जाखल , भटटू कलां

खण्ड – फतेहाबाद , रतिया , टोहाना , भुना , जाखल , भटटू कलां

मुख्यालय – फतेहाबाद

जनसंख्या – 941522 ( 2011 के अनुसार )

पुरूष – 494834

महिलाएं –  446688

जनसंख्या वृद्धि – 16.79 प्रतिशत

लिंगानुपात – 903 महिलाएं (1,000 पुरूषों पर)

जनसंख्या घनत्व – 371 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी

साक्षरता दर – 58.16 प्रतिशत

साक्षरता पुरूष – 78.1 प्रतिशत

साक्षरता महिला – 59.3 प्रतिशत

प्रमुख फसल – गेहूं व चावल

अन्य फसल –  कपास , बाजरा , तिलहन

प्रमुख रेलवे स्टेशन – जाखल

प्रमुख खनिज – गंधक

मुख्य उद्योग – सूती धागा

प्रमुख नगर – फतेहाबाद, टोहाना . जाखल, रतिया,

फतेहाबाद का नाम फतेह सिंह के नाम पर पड़ा

फतेहाबाद हिसार मंडल में है

फतेहाबाद की सीमाएं पंजाब के मानसा और संगरूर जिले के साथ लगती हैं

राष्ट्रीय राजमार्ग (NH 10) फतेहाबाद से होकर गुजरता है

संत मीरा शाह की मजार फतेहाबाद जिले में है

फिरोजशाह तुगलक का महल फतेहाबाद में स्थित है

फतेहाबाद हरियाणा का सबसे कम वन क्षेत्र वाला जिला है

घग्गर नदी फतेहाबाद जिले से होकर गुजरती है

फतेहाबाद जिले में दोमट मिट्टी पाई जाती है

फतेहाबाद जिले से 1857 की क्रांति के नेता मोहम्मद अजीम थे

                      पानीपत की स्तिथि 

– पानीपत हरियाणा के मध्य पूर्व में स्थित है , पानीपत भारत की राजधानी नई दिल्ली से 102 कि मी दूरी पर स्थित है

सोनीपत की स्थापना – 1 नवंबर 1989

क्षेत्रफल – 1268 वर्ग कि. मी

उपमण्डल – पानीपत और समालखा

तहसील – पानीपत समालखा , बापौली , इसराना

उपतहसील – मतलौड़ा

खण्ड – पानीपत , समालखा , बापौली , इसराना , मतलौड़ा ,सनौली ,

मुख्यालय – पानीपत

नदियॉं – यमुना नदी

जनसंख्या – 1202811 ( 2011 के अनुसार )

पुरूष – 646324

महिलाएं –  556487

जनसंख्या वृद्धि – 24.33 प्रतिशत

लिंगानुपात – 861 महिलाएं (1,000 पुरूषों पर)

जनसंख्या घनत्व – 949 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी

साक्षरता दर – 77.5 प्रतिशत

साक्षरता पुरूष – 85.4 प्रतिशत

साक्षरता महिला – 68.2 प्रतिशत

प्रमुख फसल – गेहूं व चावल

अन्य फसल –  गन्ना व सब्जियां

प्रमुख खनिज – गंधक

मुख्य उद्योग – सूती व ऊनी वस्त्र , चीनी, पेट्रोलियम रासायनिक पदार्थ, कालीन , विद्युत उपकरण

पानीपत का यह नाम पाणिनी ऋषि के नाम पर पड़ा

पानीपत को बुनकर नगरी के नाम से भी जाना जाता है

पानीपत करनाल मंडल में है

पानीपत के प्रमुख कलाकार – अभिनेता राज तिलक , अभिनेता सत्येन कप्पू , अभिनेता मोहित अहलावत

शिवाजी स्टेडियम पानीपत में स्थित है

अन्नपूर्णा वस्त्र व अनाज बैंक पानीपत में है

मराठा सरदार मंगल रघुनाथ द्वारा बनाया गया देवी तालाब शिव मंदिर पानीपत में स्थित है

पानीपत की प्रमुख मंजारे और दरगाह – इब्राहिम लोदी का मकबरा , बू अली शाह कलंदर दरगाह , कबीर उल औलिया हजरत शेख जलालुद्दीन की दरगाह , शेख अनाम अल्लाह की दरगाह , ख्वाजा अस्ताक अली की दरगाह
पानीपत की प्रमुख मस्जिदें – काबुली बाग मस्जिद , जामा मस्जिद
पानीपत के प्रमुख मकबरे – हजरत ख्वाजा शमसुद्दीन का मकबरा , सलार फकरूद्दीन व हाफिज जमाला का मकबरा
महात्मा गांधी पानीपत के मुसलमानों से मिलने दिसंबर 1947 में आए थे
पानीपत में तीन ऐतिहासिक लड़ाईयां हुईं –
पहली लड़ाई – 1526 (बाबर और इब्राहिम लोदी के बीच)

दूसरी लड़ाई – 1556 (अकबर और हेमू के बीच)

तीसरी लड़ाई – 1761 (अहमद शाह अब्दाली और मराठों के बीच)

पानीपत की सीमाएं उत्तर प्रदेश के शामली के साथ लगती है

पानीपत ताप विद्युत केंद्र पानीपत जिले के आसन गांव में स्थित है

पानीपत के पर्यटन स्थल – स्काईलार्क पर्यटन स्थल , ब्लूजे समालखा , काला अम्ब

पानीपत के प्रसिद्ध मेले – शिवरात्रि का मेला , कलंदर की मजार का मेला , पाथरी माता का मेला , माता का मेला , 

                      सोनीपत की स्तिथि 
 – हरियाणा के मध्य पूर्व में स्थित है यह भारत की राजधानी नई दिल्ली  से 43 कि मी दूरी पर स्थित है

सोनीपत की स्थापना – 22 दिसम्बर 1972

क्षेत्रफल – 2122 वर्ग कि. मी

उपमण्डल – सोनीपत, गन्नौर , खरखौदा , गोहाना

तहसील – सोनीपत, गन्नौर , खरखौदा , गोहाना

उपतहसील – खानपुर कलां , राई

खण्ड – सोनीपत, गन्नौर , खरखौदा , गोहाना , राई , मुण्डलाना , मुरथल , कथुरा

मुख्यालय – सोनीपत

नदियॉं – यमुना नदी

मुख्य फसलें – गेहूं और चावल

अन्य फसलें – गन्ना , बाजरा , ज्वार , दालों , तिलहन , सब्जियां

जनसंख्या – 1480080 ( 2011 के अनुसार )

पुरूष – 798948

महिलाएं – 681132

जनसंख्या वृद्धि – 15.71 प्रतिशत

लिंगानुपात – 853 महिलाएं (1,000 पुरूषों पर)

जनसंख्या घनत्व – 697 व्यक्ति प्रति वर्ग कि. मी

साक्षरता पुरूष – 89.4 प्रतिशत

साक्षरता महिला – 70.9 प्रतिशत

प्रमुख उद्योग – साइकिल उद्योग , सूती कपड़ा , मशीनी उपकरण ,  तांबे के बर्तन , चीनी ,

सड़कों की लंबाई 1075 कि. मी

सोनीपत का यह नाम श्रवण कुमार के नाम पर पड़ा

सोनीपत के प्रमुख कलाकार – अभिनेता हिमांशु अग्रवाल , निर्माता टी पी अग्रवाल

सोनीपत से प्रमुख खिलाड़ी – योगेश्वर दत्त , सीमा अंतिल , अमित कुमार

सोनीपत से सांसद द्वारा गोद लिया गांव – श्री रमेश चंद्र कौशिक – गांव दतौली

सोनीपत से 1857 की क्रांति के नेता – विरासत अली

सोनीपत से प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी चौधरी चरण सिंह थे

सोनीपत की सीमाएं उत्तर प्रदेश के बागपत जिले के साथ लगती है

सोनीपत का खुबडु गांव हरियाणा में मशरूम उत्पादन में पहला स्थान है

अंतर्राष्ट्रीय बागवानी मार्किट , बड़ा फूड पार्क , एम एम राई फूड पार्क  सोनीपत में स्थित है

सोनीपत के प्रमुख उद्योग – साइकिल उद्योग , सूती कपड़ा , मशीनी उपकरण ,  तांबे के बर्तन , चीनी ,

सोनीपत के प्रमुख पर्यटन स्थल है – सतकुम्बा , गुज्जर गांव , चकोर , इथिनिक इंडिया राई

न्यूनतम लिंगानुपात सोनीपत व गुड़गांव में है (853)

NH1 और NH71A नेशनल हाईवे सोनीपत से गुजरते हैं

सोनीपत भारी वाहन चालक परीक्षण संस्थान सोनीपत में है

खिज्र खां का मकबरा सोनीपत में स्थित है

पंडित लख्मीचंद का जन्म सोनीपत में हुआ था

काबुली बाग मस्जिद सोनीपत में स्थित है

पीर जमाल की मजार , मामू भांजा की दरगाह सोनीपत में स्थित है

गुरुद्वारा गुरु सिंह सभा सोनीपत में है

अत्याधुनिक आंगनबाड़ी हसनपुर सोनीपत जिले में स्थित है

सोनीपत के प्रमुख विश्वविद्यालय है – भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय ,  दीनबंधु छोटूराम विज्ञान व तकनीकी विश्वविद्यालय

ओ पी जिंदल विश्वविद्यालय सोनीपत में है

मोतीलाल नेहरू स्पोर्ट्स स्कूल , राई सोनीपत जिले में है

                     करनाल की स्तिथि  
– हरियाणा के मध्य पूर्व में स्थित है यह भारत की राजधानी दिल्ली से 118 किलो मीटर दूरी पर स्थित है
करनाल की स्थापना – 1 नवम्बर 1966
मुख्यालय – करनाल
क्षेत्रफल – 2520 वर्ग कि.मी
तहसील – करनाल, असन्ध, इन्द्री, घरौण्डा , नीलोखेड़ी
उपतहसील – निसिंग, निगधु , बल्ला
खण्ड -करनाल, घरौण्डा , इन्द्री , नीलोखेड़ी , असन्ध , निसिंग , चीड़ाओ
प्रमुख रेलवे स्टेशन – करनाल
जनसंख्या – 15,06,323
पुरूष – 7,98,840
महिलाएं – 7,07,483
जनसंख्या वृद्धि – 18.22 प्रतिशत
जनसंख्या घनत्व – 598 /व्यक्ति प्रति किमी
नदियां – यमुना
लिंगानुपात – 886
प्रमुख फसल – गेंहू व चावल
अन्य फसल – तिलहन, गन्ना, दालें, सब्जियां व सूरजमुखी
प्रमुख उद्योग – चीनी, जूता व वनस्पति घी
प्रमुख खनिज – शोरा
साक्षरता दर – 76.4%
साक्षरता पुरूष – 83.7 प्रतिशत
साक्षरता महिला – 68.3 प्रतिशत
पर्यटन स्थल – कर्णझील, ओसिस व पुण्का पुल मजार
विशेष – राष्ट्रीय दुग्ध अनुसंधान संस्थान

करनाल का यह नाम दानवीर राजा कर्ण के नाम पर पड़ा
करनाल में 1191 ई और 1192 ई में मोहम्मद गोरी और पृथ्वीराज चौहान तराइन का प्रथम और द्वितीय युद्ध हुए
पांच पीरों की मजार मधुबन , करनाल में है
मीरा साहिब का मकबरा करनाल में है
करनाल हवाई अड्डा 1967 में बना
राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल में है
गेहूं शोध निदेशालय करनाल में है
मधुबन पुलिस प्रशिक्षण परिसर करनाल से 8 किलोमीटर दूर मधुबन में स्थित है
करनाल में पर्यटन विभाग द्वारा लगभग 60 कनाल भुमि पर कर्ण झील और ओयसिस नामक पर्यटन स्थल विकसित किये गये
करनाल के उपनाम हैं – हरियाणा का पेरिस , धान का कटोरा , शुज़ सिटी
किशोरी महल स्मारक करनाल में है
करनाल में 17 एकड़ में फैली कर्ण झील है
गजपत सिंह का किला भी करनाल में है
करनाल की सीमाएं उत्तर प्रदेश के साथ लगती हैं
करनाल जिले में सांसदों द्वारा गोद लिए गांव – श्री अश्विनी कुमार द्वारा मोहिद्दीनपुर और राजकुमार कश्यप द्वारा बाढसन
सर्वाधिक घोड़े करनाल में पाए जाते हैं
हरियाणा में सबसे ज्यादा बासमती चावल करनाल में होते हैं

                      पंचकूला की स्तिथि 

– हरियाणा के सुदूर उत्तर में स्थित है यह भारत की राजधानी दिल्ली से 241 किलो मीटर दूरी पर स्थित है
पंचकूला की स्थापना – 15 अगस्त 1995
क्षेत्रफल – 898 वर्ग कि.मी
उपमण्डल – पंचकूला , कालका
तहसील – पंचकूला , कालका , रायपुर रानी
उपतहसील – मोरनी हिल्स,, बरवाला,
खण्ड – बरवाला, पिन्जौर, मोरनी, रायपुर रानी
मुख्यालय – पंचकूला,
जनसंख्या – ‎5,58,890
पुरूष – 298919
महिलाएं – 259971
लिंग अनुपात – 870
साक्षरता दर – 83.4%
जनसंख्या घनत्व – 622 / किमी 2
प्रमुख फसल – चावल व गन्ना
अन्य फसल – गेहूं, दाल, मक्का, प्याज व सब्जियां
प्रमुख खनिज – चूना पत्थर
एसटीडी कोड – 01733
संसद – श्री रतन लाल कटारिया
विधायक – ज्ञान चंद गुप्ता
प्रमुख उद्योग – एचएमटी पिन्जौर एवं सूरजपुर औद्योगिक क्षेत्र, इलेक्ट्राॅनिक उपकरण
प्रमुख रेलवे स्टेशन – कालका
नदियां – घग्घर
पर्यटन स्थल – यादवेन्द्र गार्डन पिन्जौर, मोरनी हिल्स

पंचकूला का नाम पानी झरने के कारण पड़ा
पहाड़ों की रानी के नाम से प्रसिद्ध मोरनी हिल्स पंचकूला में स्थित है
भीम अवार्ड से सम्मानित खिलाड़ी गौरी श्योराण और विश्वजीत पंचकूला के रहने वाले हैं यह खिलाड़ी शूटिंग खेल से संबंधित है
ताऊ देवी लाल स्टेडियम पंचकूला में स्थित है
पंचकूला सर्वाधिक वन क्षेत्र वाला जिला है
मनसा देवी मंदिर पंचकूला में है
पंचकूला में दो प्रमुख गुरुद्वारे हैं गुरु मंजी साहिब गुरुद्वारा पिन्जौर , नाडा साहिब गुरुद्वारा पंचकूला
हरियाणा में सबसे कम पशुधन पंचकूला जिले में है
पालतू पशु चिकित्सा केंद्र पंचकूला जिले में है
तीतर प्रजनन केंद्र मोरनी पंचकूला जिले में है
गिद्ध प्रजनन पिन्जौर पंचकूला जिले में है
पंचकूला की सीमाएं पंजाब और हिमाचल प्रदेश से लगती है
पंचकुला अंबाला मंडल में है
पंचकूला के प्रसिद्ध किले है पंचकूला – पिन्जौर किला , रानीपुर का किला , रामगढ़ का किला

                      कैथल की स्तिथि

 – हरियाणा के मध्य उत्तर में स्थित है यह भारत की राजधानी दिल्ली से 171 किलो मीटर दूरी पर स्थित है
कैथल की स्थापना – 01 नवम्बर 1989
क्षेत्रफल – 2317 वर्ग कि.मी
उपमण्डल – कैथल , गुहला ,कलायत
तहसील – कैथल , गुहला ,कलायत , पूंडरी , फतेहपुर
उपतहसील – सीवन , राजौंद , डांढ ,
खण्ड – कैथल , गुहला ,कलायत , पूंडरी , सीवन , राजौंद ,
मुख्यालय – कैथल ,
जनसंख्या – ‎10,72,861
पुरुष महिला अनुपात – 881
साक्षरता दर – 69.81%
जनसंख्या घनत्व – 463 / किमी 2
विकास – 13.39%
एसटीडी कोड – 01746
संसद -राज कुमार सैनी
विधायक – श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला
डिग्री कॉलेजों की संख्या – 22
इंजीनियरिंग कॉलेज – 12
मेडिकल कॉलेज – 1 अशोक ए वी फार्मेसी
कैथल में मॉल – पद्मा सिटी मॉल
आरटीओ कोड – HR -08, HR -64
प्रमुख फसल – गेहूं व चावल
अन्य फसल – तिलहन, गन्ना व कपास
प्रमुख उद्योग – हथकरघा, चीनी व कृषि उपकरण
नदियाॅ – घग्घर व सरस्वती
कैथल करनाल मंडल में है
पर्यटन स्थल – गुरूद्वारा नीम साहिब, गुरूद्वारा मनजी साहिब, नवग्रह कुण्ड, बाबा लडाना
इंदौर स्टेडियम कैथल में स्थित है
11 रुद्री शिव मंदिर , हनुमान मंदिर कैथल में स्थित है
गीता मंदिर , राधेश्याम मंदिर पूंडरी में स्थित है
प्राचीन ईटों मंदिर कलायत में स्थित है
गुरुद्वारा नीम साहिब गुरुद्वारा मंजी साहिब कैथल में स्थित है
रजिया बेगम का मकबरा कैथल में स्थित है
बाबा शाह कमाल की मजार कैथल में स्थित है
फल्गु मेला सोमवार अमावस्या को लगता है
पुंडरीक का मेला अप्रैल में लगता है
बाबा लुदाना गांव में मेला देहाती अक्टूबर महीने में लगता है
गुलाब फूल का उत्पादन कैथल में सबसे ज्यादा होता है
कैथल की सीमाएं पटियाला जिले के साथ लगती है
कैथल का सांघन गांव राजकुमार सैनी ने गोद ले रखा है
कैथल को हरियाणा की छोटी काशी भी कहा जाता है
कैथल से स्वतंत्रता सेनानी लाला काका राम थे
कैथल से 1857 की क्रांति के नेता गुलाब सिंह और सूरज कौर थे

                          कुरुक्षेत्र की स्तिथि 
– कुरुक्षेत्र हरियाणा के उत्तर में स्थित है , कुरूक्षेत्र भारत की राजधानी नई दिल्ली  से 156 कि मी दूरी पर स्थित है

कुरुक्षेत्र की स्थापना – 23 जनवरी 1973

क्षेत्रफल – 1530 वर्ग कि. मी

उपमण्डल – थानेसर , पेहोवा , शाहबाद

तहसील – थानेसर , पेहोवा , शाहबाद

उपतहसील – लाडवा , बबैन, इस्माइलाबाद

खण्ड – थानेसर , पेहोवा , शाहबाद , लाडवा , बबैन, इस्माइलाबाद

मुख्यालय – कुरुक्षेत्र

प्रमुख फसल – गेहूं , चावल

अन्य फसल -गन्ना , आलू , तिलहन,

प्रमुख उद्योग – हथकरघा उद्योग, खाद्य उत्पाद ,  चीनी, कृषि उपकरण,

जनसंख्या – 964231

पुरूष – 510370

महिलाएं – 453861

जनसंख्या घनत्व – 630 व्यक्ति प्रति वर्ग कि मी

जनसंख्या वृद्धि – 16.8 प्रतिशत

लिंगानुपात – 889 महिलाएं (1000 पुरूषों पर)

साक्षरता दर – 76.7 प्रतिशत

साक्षरता पुरूष – 83.5 प्रतिशत

साक्षरता महिला – 69.2 प्रतिशत

प्रमुख नगर – थानेसर , लाडवा , रतगल, शाहबाद, पेहोवा ,

कुरुक्षेत्र का यह नाम राजा कुरु के नाम पर पड़ा

कुरुक्षेत्र अंबाला मंडल में है

कुरुक्षेत्र की सीमा पटियाला जिले के साथ लगती है

कुरुक्षेत्र को धर्मनगरी के नाम से भी जाना जाता है

1009 ईस्वी व 1014 ईस्वी में महमूद गजनवी ने थानेसर पर हमला किया थे

धर्मक्षेत्र अखबार रोहतक से प्रकाशित होता था

हरियाणा का प्रथम विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में है

कुरुक्षेत्र जिले के दो जवानों को महावीर चक्र प्राप्त है – मेजर आर एस दयाल , ले कर्नल हरवंश सिंह

कुरुक्षेत्र जिले के भीम अवार्ड से सम्मानित खिलाड़ी है , रानी रामपाल , पुनीत राणा , पंकज

महिला हॉकी एकेडमी कुरुक्षेत्र में स्थित है

राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान (NIT) कुरुक्षेत्र में है

कुरुक्षेत्र के प्रमुख धार्मिक स्थल हैं – राजघाट गुरुद्वारा , कुबेर तीर्थ , ब्रह्मसरोवर , ज्योतिसर सरोवर , श्री कालेश्वर तीर्थ , तीर्थ राज , बाणगंगा , नरकातारी तीर्थ , प्राची तीर्थ , पुंडरीक तीर्थ , चंद्रकुप वाल्मीक आश्रम

कुरुक्षेत्र के प्रसिद्ध मंदिर हैं – लक्ष्मी नारायण मंदिर , स्थानेश्वर मंदिर , देवी मंदिर , सर्वेश्वर महादेव मंदिर , बिरला मंदिर

कुरुक्षेत्र के प्रमुख गुरुद्वारे हैं – गुरुद्वारा छठी पातशाही , गुरुद्वारा नवमी पातशाही , राजघाट गुरुद्वारा

शेख चिल्ली का मकबरा थानेश्वर कुरुक्षेत्र में स्थित है

कुरुक्षेत्र के प्रमुख मेले है सूर्य ग्रहण का मेला

ब्रह्मसरोवर जिला कुरुक्षेत्र में स्थित है

राष्ट्रीय राजमार्ग 1 कुरुक्षेत्र जिले से होकर गुजरता है

काला तीतर प्रजनन केंद्र , पिपली मगरमच्छ प्रजनन केंद्र भौर सैदां कुरुक्षेत्र में स्थित हैं

हरियाणा में सर्वाधिक आलू शकरकंद कुरुक्षेत्र जिले में होते हैं

                         यमुनानगर की स्तिथि 
– हरियाणा के उत्तर – पूर्व में स्थित है यह भारत की राजधानी दिल्ली से 184 किलो मीटर दूरी पर स्थित है

यमुनानगर की स्थापना – 01 नवम्बर 1989 को गठित हुआ

क्षेत्रफल – 1756 वर्ग कि.मी

उपमण्डल – जगाधरी , बिलासपुर

तहसील – जगाधरी, बिलासपुर, छछरौली, रादौर,

उपतहसील – सढौरा, मुस्तफाबाद

खण्ड – बिलासपुर, जगाधरी,  छछरौली, रादौर, सढौरा, मुस्तफाबाद

मुख्यालय – यमुनानगर

प्रमुख रेलवे स्टेशन – यमुनानगर

जनसंख्या  – ‎ 1214162

पुरूष – 6,46,801

महिलाएं – 5,67,361

लिंगानुपात – 877 महिलाएं – 1000 पुरूषों पर

जनसंख्या घनत्व – 687 व्यक्ति प्रति वर्ग कि.मी

प्रमुख फसल – गेहूं व गन्ना

अन्य फसल – चना, मक्का, चावल व सूरजमुखी

प्रमुख उद्योग – कागज, चीनी, फर्नीचर, पीतल के बर्तन, रोलिंग मिल, स्टार्च, शराब, चीनी बनाने की मशीन

साक्षरता दर – 78.9 %

साक्षरता पुरूष – 85.1 प्रतिशत

साक्षरता महिला – 72 प्रतिशत

जनसंख्या वृद्धि – 16.6 प्रतिशत

यमुनानगर अंबाला मंडल में है

अभिनेता सुनील दत्त यमुनानगर से है।

निर्माता वेद गांधी यमुनानगर से है।

बिल्ट फुटबॉल स्टेडियम यमुनानगर में स्थित है

यमुनानगर के धार्मिक स्थल है – श्री कालेश्वर महादेव मठ , गुरुद्वारा कपाल मोचन , सूर्य कुंड

यमुनानगर की प्रसिद्ध मंदिर है – चिट्टा मंदिर , पंचमुखी मंदिर [जगाधरी] , भगवान परशुराम सर्वधर्म मंदिर [जगाधरी] , आदि बद्री नारायण मंदिर [बिलासपुर]

उत्तरी रेलवे कार्यशाला जगाधरी में स्थित है

यमुनानगर के पर्यटन स्थल है – हथनीकुंड बराज , कलेसर कॉम्प्लेक्स ,

हरियाणा में सबसे ज्यादा गन्ना यमुनानगर में होता है

कालेसर राष्ट्रीय उद्यान यमुनानगर में स्थित है

यमुना नहर ताजेवाला नामक स्थान से निकलती है

यमुनानगर में पहाड़ी और दोमट मिट्टी पाई जाती है

यमुनानगर की सीमाएं हिमाचल प्रदेश उत्तरांचल उत्तर प्रदेश के साथ लगती है

सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने यमुनानगर जिले का खदरी गांव गोद ले रखा है

यमुनानगर के प्रसिद्ध किले है  –  छछरौली का किला ,  बड़िया का किला ,  सगौरा  का किला

यमुनानगर का यह नाम यमुना नदी के किनारे के कारण पड़ा

                 अम्बाला की स्तिथि
 – हरियाणा के उत्तर में स्थित है यह भारत की राजधानी दिल्ली से दो सौ किलो मीटर दूरी पर स्थित है
अम्बाला की स्थापना – 1 नवम्बर 1966 (अम्बाला की स्थापना 14 वीं शताब्दी में अम्बा नामक राजपूत ने की थी)
क्षेत्रफल – 1574 वर्ग कि.मी
उपमण्डल – अम्बाला , नारायणगढ़ ,बराड़ा
तहसील – अम्बाला, नारायणगढ़ व बराड़ा
उपतहसील – अंबाला , अंबाला छावनी, मुलाना, शाहजादपुर, साहा
खण्ड – अम्बाला , अम्बाला 2 ,बराड़ा, नारायणगढ़, शाहजादपुर, साहा
मुख्यालय – अम्बाला
जनसंख्या – 1,128,350
पुरुष महिला अनुपात – 885
साक्षरता दर – 82%
जनसंख्या घनत्व – 720 / किमी 2
विकास – 11.23%
एसटीडी कोड – 0171
नदी – मारकंडा, डांगरी और घग्घर
डिग्री कॉलेजों की संख्या – 15
गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक – 4
इंजीनियरिंग कॉलेज – 3
मेडिकल कॉलेज – 4
अंबाला का निर्माण 1 नवंबर 1966 को हुआ था
हरियाणा में 1857 की क्रांति की शुरुआत अंबाला कैंट से 10 मई 1857 को हुई थी
अंबाला में 1857 की क्रांति का नेता मोहन सिंह और माधोपुर था
महात्मा गांधी जी 8 मार्च 1980 को अंबाला आए थे
अंबाला का धीन गांव कुमारी सैलजा ने गोद लिया हुआ है
अंबाला के पड़ोसी राज्य पंजाब और हिमाचल प्रदेश है
साहा फूड पार्क अंबाला में स्थित है
पक्की सड़कों का सर्वाधिक घनत्व अंबाला में है
अंबाला के प्रमुख गुरुद्वारे मंजी साहिब और सूरजकुंड है
अंबाला में मुख्य सेना की छावनी है

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